शुक्रवार, 20 मई 2011


अभी हाल ही में मै गाँव मै अपने खेती का कामदेखने गया | तो अभी सीजन चाल रहा है फसल बेचने का बैसे तो फसल बेचना कोई बड़ी बात नहीं है पर किसानो की सुविधाके लिए सर्कार ने मंडियों की व्यवस्था कर रखी लेकिन मंडियों में वो गेहू नहीं ख़रीदा जा रहा जिस पर सर्कार ने समर्थ मुल्य्र्खा है बैसे तो समर्थ मुल्येगेहूं की हर किस्म पर है पर सबसे सस्ता बिकने वाला गेंहू लोकवन जिसका नुनतम दाम१२७० रुपय रखा है जिसे व्यापारी नही खरीद रहे है अब किसानो के पास अक ही रास्ता है वो है सहकारिता सोसायटिया जिस पर किसानो को अपनी फसल ब्र्चने के लिए अब जुगाड़ करना पद रहा है अब ऐसे देश में झा अक तरफ तो देश २०% आबादी भूखे पेट सोती दूसरी और दुनिया का करसी प्रदान देश है ऐसे देश में किसानो को अपनी फसल बेचने के लिए जुगाड़ करना पद रही है